"वर्ल्ड फेमस लवर" (World Famous Lover) 2020 में रिलीज़ हुई एक तेलुगु रोमांटिक ड्रामा एंथोलॉजी फिल्म है, जिसमें विजय देवरकोंडा मुख्य भूमिका में हैं। क्रांति माधव द्वारा निर्देशित इस फिल्म में राशि खन्ना, ऐश्वर्या राजेश, कैथरीन टेरेसा और इज़ाबेल लीटे भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं। यह फिल्म प्यार के विभिन्न पहलुओं और जटिलताओं को दर्शाने वाली चार अलग-अलग कहानियों का संग्रह है।
कहानी और थीम:
फिल्म चार कहानियों के माध्यम से प्यार के अलग-अलग रंगों को दिखाती है, जो एक लेखक, गौतम (विजय देवरकोंडा) की कल्पना का हिस्सा हैं। गौतम अपनी गर्लफ्रेंड यामिनी (राशि खन्ना) के साथ अपने रिश्ते में संघर्ष कर रहा होता है और अपनी कहानियों में प्यार के विभिन्न रूपों को तलाशता है:
• सीनय्या और सुवर्णा (Seenayya and Suvarna): यह कहानी सिंगारेनी कोयला खदानों में काम करने वाले एक मध्यम वर्गीय जोड़े, सीनय्या (विजय देवरकोंडा) और सुवर्णा (ऐश्वर्या राजेश) के इर्द-गिर्द घूमती है। यह कहानी त्याग, धैर्य और आपसी समझ के माध्यम से प्यार के उतार-चढ़ाव को दर्शाती है। यह शायद फिल्म की सबसे भावनात्मक और समीक्षकों द्वारा सराही गई कहानी है, जिसमें ऐश्वर्या राजेश के अभिनय की विशेष प्रशंसा हुई।
•गौतम और इज़ा (Gautham and Iza): इस कहानी में गौतम पेरिस की सड़कों पर इज़ा (इज़ाबेल लीटे) के साथ रोमांस करता है। यह कहानी प्यार के हल्के, अधिक साहसी और मुक्तिदायक पहलू को उजागर करती है, जहां आज़ादी और खोज का एक नया अनुभव मिलता है।
•यूनियन लीडर श्रीनू और उनकी बॉस (Union Leader Srinu and his Boss): यह कहानी यूनियन लीडर श्रीनू (विजय देवरकोंडा) और अपनी बॉस, स्मिता (कैथरीन टेरेसा) के बीच के रिश्ते को दिखाती है। यह सत्ता के समीकरण, महत्वकांक्षा और कार्यस्थल पर पनपने वाले अप्रत्याशित प्यार के बारे में है।
• कॉलेज रोमांस (College Romance): यह कहानी एक कॉलेज रोमांस को दर्शाती है, जो कि युवावस्था के प्यार की मासूमियत, उत्साह और पहली बार प्यार में पड़ने के अनुभवों पर केंद्रित है।
कुल मिलाकर, फिल्म का मुख्य विषय प्यार के विभिन्न आयामों की खोज करना है – चाहे वह मध्यम वर्गीय परिवार का प्यार हो, विदेशी भूमि में मिला नया प्यार हो, कार्यस्थल का जटिल रिश्ता हो या कॉलेज का पहला प्यार। फिल्म यह दिखाने की कोशिश करती है कि कैसे ये कहानियाँ गौतम के अपने जीवन और यामिनी के साथ उसके रिश्ते को समझने में मदद करती हैं।
अभिनय और निर्देशन:
•विजय देवरकोंडा: विजय देवरकोंडा ने फिल्म में चार अलग-अलग अवतारों में काम किया है। हालांकि, कई समीक्षकों ने महसूस किया कि वह "अर्जुन रेड्डी" और "डियर कॉमरेड" जैसी अपनी पिछली भूमिकाओं के प्रभाव से बाहर नहीं निकल पाए। उनके अभिनय में तीव्रता तो थी, लेकिन कुछ जगहों पर यह दोहरावदार लग सकता है। सीनय्या के रूप में उनका प्रदर्शन काफी पसंद किया गया।
•ऐश्वर्या राजेश: ऐश्वर्या राजेश ने सुवर्णा के रूप में शानदार प्रदर्शन किया, और उनकी भूमिका को फिल्म की सबसे मजबूत कड़ी माना गया। उन्होंने अपने किरदार में एक मध्यम वर्गीय महिला की भावनाओं और संघर्षों को बखूबी दर्शाया।
•राशि खन्ना: राशि खन्ना ने यामिनी के किरदार में अच्छा काम किया, खासकर भावनात्मक दृश्यों में।
•कैथरीन टेरेसा और इज़ाबेल लीटे: दोनों अभिनेत्रियों ने अपने किरदारों के साथ न्याय किया, हालांकि उनकी भूमिकाएँ उतनी प्रभावशाली नहीं थीं।
•क्रांति माधव (निर्देशक): क्रांति माधव ने एक दिलचस्प अवधारणा के साथ शुरुआत की, लेकिन पटकथा और निष्पादन में कमजोरियों के कारण फिल्म कहीं-कहीं धीमी और नीरस हो गई। खासकर दूसरे हाफ में कहानियों का जुड़ाव और भावनात्मक गहराई कमज़ोर पड़ गई।
संगीत और तकनीकी पहलू:
गोपी सुंदर का संगीत और बैकग्राउंड स्कोर फिल्म की सबसे बड़ी कमजोरियों में से एक रहा। रोमांटिक फिल्म के लिए दमदार संगीत का न होना एक बड़ी कमी थी। जयकृष्णा गुम्मादी की सिनेमैटोग्राफी अच्छी थी, और प्रत्येक कहानी को एक अलग दृश्य बनावट देने का प्रयास किया गया था। प्रोडक्शन वैल्यू भी काफी अच्छे थे, फिल्म दिखने में समृद्ध लगती थी।
समीक्षा और बॉक्स ऑफिस:
"वर्ल्ड फेमस लवर" को समीक्षकों से मिश्रित से लेकर नकारात्मक प्रतिक्रिया मिली। कई समीक्षकों ने फिल्म को "धीमा रोमांस" और "थका देने वाला अनुभव" बताया। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं हो पाई और इसे डिजास्टर माना गया। इसका बजट लगभग 35 करोड़ रुपये था, लेकिन इसने भारत में लगभग 12.55 करोड़ रुपये और दुनिया भर में लगभग 17 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया, जो इसके बजट से काफी कम था। फिल्म ने दर्शकों को भी ज़्यादा प्रभावित नहीं किया, और यह विजय देवरकोंडा के करियर की एक और फ्लॉप फिल्म बन गई।
निष्कर्ष:
"वर्ल्ड फेमस लवर" एक ऐसी फिल्म थी जिसमें एक दिलचस्प अवधारणा थी - प्यार के विभिन्न पहलुओं की खोज करना। हालांकि, कमजोर पटकथा, असंगत गति और औसत संगीत ने फिल्म को निराश किया। ऐश्वर्या राजेश और विजय देवरकोंडा के कुछ प्रदर्शनों को छोड़कर, फिल्म दर्शकों पर गहरा प्रभाव डालने में विफल रही और एक औसत रोमांटिक ड्रामा बनकर रह गई। यह उन फिल्मों में से एक है जो एक बड़े विचार के साथ शुरू होती है, लेकिन उसे पूरी तरह से महसूस करने में चूक जाती है।
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